Pandya Store 12th February 2023 Written Episode Update: Shweta flees

एपिसोड की शुरुआत रावी ने कहा कि पुलिस उसे देख लेगी। श्वेता कहती है कि छुटकी मरने वाली है। वे सब चौंक जाते हैं। श्वेता कहती है कि वह वास्तव में बीमार है, अगर आप पुलिस को बुलाते हैं, तो वह अनाथ की तरह वहीं मर जाएगी, उसे इलाज और दवाओं की जरूरत है, सोचिए कि आप क्या करना चाहते हैं, आप उसका इलाज करवाना चाहते हैं या मुझे जेल भेज दें। धारा रावी को अपने साथ आने के लिए कहती है। वे श्वेता को ले जाते हैं। देव ऋषिता को शांत करता है। 

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धारा कहती है कि उसकी श्वेता पर नजर रखो, वह चालाक है, पुलिस जाने के बाद हमें छुटकी के बारे में पता चल जाएगा। रावी ने धारा से चिंता न करने के लिए कहा, श्वेता तब तक कहीं नहीं जा सकती जब तक कि उन्हें छुटकी के बारे में पता न चल जाए। धारा जाती है। इंस्पेक्टर पूछता है कि श्वेता कहां है। देव झूठ बोलने लगता है। इंस्पेक्टर पूछता है कि यह क्या मजाक है। देव कहते हैं कि मैं छुटकी के बारे में जानना चाहता था। धरा कहते हैं हाँ, हमने सोचा था कि कृष की सगाई पर हमें आज छुटकी मिल सकती है। गौतम ने उसे श्वेता के बारे में कहने के लिए कहा।

धारा और सुमन ने उसे सोने के लिए जाने के लिए कहा। इंस्पेक्टर पूछता है कि श्वेता कहां है, मुझे लगता है कि तुम सब मुझसे कुछ छिपा रहे हो। गौतम कहते हैं मुझे भी लगता है। सुमन इंस्पेक्टर से खाना खाने के लिए कहती है। उसने मना किया। सुमन कहती है कि उसके लिए खाना पैक कर दो। धारा कहती है कि मैं इसे प्राप्त कर लूंगी। वह कहता है कि हमें आपके घर की तलाशी लेनी है। वे चिंता करते हैं। धारा पूछती है कि क्यों, हम कुछ भी नहीं छिपा रहे हैं, जिस दिन हम श्वेता के बारे में जानेंगे, हम आपको सूचित करेंगे, छुटकी का अपहरण कर लिया गया है। 

वह पूछता है कि आप इतने तनाव में क्यों हैं, क्या आप बच्चे को खोजने के लिए कुछ गलत कर रही हैं। शिव ने महिला से बच्चों के लिए कहा। वह बच्चों को बाहर बुलाता है। चीकू और बच्चे छुटकी को घर ले जाते हैं। पुलिस घर की जांच करती है। रावी और श्वेता चिंता करते हैं। वह श्वेता को बाँध लेती है। धारा चिंता करती है और गौतम को रोकती है। वह उसे किचन में बंद कर देती है। इंस्पेक्टर वापस आता है। कांस्टेबल का कहना है कि हमें कोई नहीं मिला। इंस्पेक्टर कहता है कि जाओ और उस कमरे की जांच करो। रावी का कहना है कि अगर श्वेता गिरफ्तार हो जाती है तो हमें छुटकी नहीं मिलेगी। कांस्टेबल ने दरवाजा खटखटाया। रावी श्वेता को छुपाता है। वो दरवाजा खोलती है।

सभी चिंतित नजर आ रहे हैं। रावी श्वेता के हाथ-पैर बांधकर उसे खिड़की से बाहर धकेलना याद करते हैं। श्वेता कांस्टेबल से छिप जाती है। रावी ने परिवार को संकेत दिया। सुमन कहती है हमने तुमसे कहा था, कोई नहीं है। धारा का कहना है कि आपको लगा कि हमने कुछ गलत किया है। देव कहते हैं कि आपको गलतफहमी हुई है, हम जानना चाहते थे कि अपहरणकर्ता पकड़ा गया है या नहीं। इंस्पेक्टर कहता है सॉरी, यह हमारी ड्यूटी है। श्वेता खिड़की के अंदर जाती है और टाई काट देती है। 

रावी का कहना है कि मैंने उसे बांध दिया था और उसे खिड़की से बाहर कर दिया था, वह कहीं भाग नहीं सकती। धारा कहती है कि तुमने अच्छा किया। धारा कहती है मुझे पता है कि वह छुटकी कैसे देगी। ऋषिता कहती है कि वह 7 साल पहले भी चीकू को लेने आई थी, आज भी वह चीकू के लिए आई थी, छुटकी की बलि दी गई, कृपया मेरी बीमार बेटी पर दया करें, इस बार उसे बचाएं, चीकू को दें। श्वेता खिड़की पर मैसेज लिखती हैं। चीकू घर आ रहा है।

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